जैन इरिगेशन सिस्टम्स् लि. (लगभग रु. 10 हजार करोड) 1 बिलियन डॉलर के टर्न ओवर वाली, 4 महाद्वीपों में स्थापित 33 उत्पादन इकाइयों के साथ विश्वस्तरीय उपस्थिति की बहुआयामी कम्पनी है। हमारे उत्पाद 11,000+ से अधिक विक्रेता एंव वितरकों के माध्यम से 126+ देशों में प्रदाय किये जाते है। लगभग 85 लाख कृषकों की संतोषजनक सेवा का श्रेय हमें प्राप्त है।
सुक्ष्म सिंचाई के क्षेत्र में हम विश्व में व्दितिय स्थान पर है। कम्पनी के सुक्ष्म सिंचाई विभाग में हमारे पास सिंचाई के विशेष योग्यता वाले परिशुद्ध उपकरण उपलब्ध है। सर्वे, अभियान्त्रिकी आकलन, कृषि सम्बन्धी सलाह, आदि भी विशेष दक्षता वाले सहयोगियों के द्वारा उपलब्ध है। 2300 एकड़ रकबे में विस्तारित अनुसंधान प्रशिक्षण एंव प्रदर्शन प्रक्षेत्र में उच्च स्तरीय तकनीकी संस्थान में संचालित गतिविधियों के द्वारा कृषकों की सेवा में हम सिंचाई की आधुनिकतम तकनीक के साथ कार्यरत है। 1500 से अधिक कृषि एंव सिंचाई वैज्ञानिक, अभियंता एंव तकनीशियन जलसंधारण एंव संग्रहण, बंजर भूमि विकास, कृषि एंव संरक्षित खेती के क्षेत्र में पूर्ण तथा आंशिक संकल्पना, क्रियान्वयन आदि के लिये सेवायें दे रहे हैं।
प्लास्टिक पाईप के उत्पादन में विशेष प्रकार के प्लास्टिक पाईप एंव फिटिंग्स की पूर्ण श्रृंखला के साथ जैन इरिगेशन का भारत में प्रथम स्थान है। हम प्रतिवर्ष 3 लाख टन पॉलिमर्स का प्रसंस्करण करते है। हम पाईप, शीट का एक्स्ट्रुजन व पी.वी.सी., पी.ई., पी.पी., सी.पी.वी.सी. पाईप के इन्जेक्टर/ मोल्ड बनाते है तथा अन्य अभियांन्त्रिक पॉलिमर्स जैसे पॉलीकार्बोनेट, पॉलीअमाइड पीबीटी, एबीएस आदि का भी उत्पादन करते है। हम विभिन्न प्लास्टिक पाईप जोकि तरल अर्ध तरल, गैस, केबल आदि के संवहन में उपयोग होते है, के लिये सम्पूर्ण सेवा प्रदाता है।
जैन का टिश्युकल्चर प्रभाग भी अपनी प्रशंसनीय सेवाओं एंव विश्वस्तरीय कार्यशैली के द्वारा कृषकों में अत्यधिक लोकप्रिय एंव विश्वसनीय है। इस प्रभाग में केला के 80 मिलियन पौधों को बनाने की क्षमता व दक्षता वाले प्रायमरी व सेकेंडरी हार्डनिंग सुविधा और स्वतंत्र अनुसंधान एंव विकास, वायरालॉजी प्रयोगशाला कार्यरत है। इसके साथ ही उच्च तकनीकी एंव विशेषतापूर्ण उपकरणों से लैस बायो-टेक प्रयोगशाला प्याज, केला, आम अनार के प्रजातियों के विकास के लिये सतत कार्यरत है।
हम उष्णकटिबन्धीय फल जैसे आम, केला, अनार को प्रसंस्करित कर उनके प्यूरी (गाढ़ा गूदा), सान्द्र (गाढ़ा घोल) कॉन्संट्रेट, रस और अन्य आय.क्यू.एफ. उत्पाद में प्रसंस्करित करते है। निर्जलीकरण प्रभाग में प्याज और सब्जियों का निर्जलीकृत प्रसंस्करण किया जाता है तथा स्प्रे ड्राइंग इकाई में गूसबेरी और अन्य फलों की प्यूरी को पावडर के रूप में प्रसंस्करित किया जाता है।
किसी भी प्रसंस्करण इकाई में फलों के अवशेष, अपशिष्ट पदार्थ निश्चित ही होते है। उनके निस्तार के लिये बायोगॅस प्लान्ट की अवशेष उष्ण ऊर्जा से 1.6 मेगावॉट पॉवर का उत्पादन किया जाता है। हम दीर्घकालिक कृषि के प्रति संवेदनशील है। जैन गॅप “JAIN GAP” के अन्तर्गत हम कृषि में एक विशेष कार्यविधि का अनुसरण करते है।
अपने प्रथम वर्ष के कार्यकाल में ही हमारी नॉन बेंकिंग वित्तिय संस्था ‘SAFL’ (सफल) के द्वारा 30 मिलियन डॉलर से अधिक की रकम का, छोटे कृषकों को, सूक्ष्मसिंचाई संयन्त्र एंव अन्य आदानों को अपनाने के लिये वितरण किया है।
जैन इरिगेशन एक मात्र कम्पनी है जो कि न केवल उच्च तकनीक कृषि आदानों के प्रदाय में अग्रणीय है, बल्कि कृषि व सिंचाई के क्षेत्र में पूर्ण सेवा प्रदाता, प्रशिक्षण, विस्तार, बडे रकबे की खेती एंव कृषि सम्बन्धी पूर्ण सलाह देने वाली संस्था है। अपनी विविध आयामी कार्य दक्षता के बल पर जैन इरिगेशन पूर्ण मूल्य आधारित कृषि सेवाएँ एक ही छत के नीचे प्रदान करने वाला संस्थान है।
अन्य उत्पादों में पीवीसी शीट, सोलर वाटर हीटर, सोलर पम्प, पीवी पॅनल्स, और सोलर लायटिंग उपकरणों का समावेश है। इनके माध्यम से प्रकृति के दुर्लभ संसाधनो, वन और ऊर्जा का संरक्षण करने का उद्देश्य है। पीवीसी शीट्स, लकडी का श्रेष्ठ पर्याय है जो कि भवन निर्माण में भलि-भांति लकडी के स्थानपर उपयोग की जा सकती है व वनों को बचाया जा सकता है। सोलर वाटर हीटर और सोलर फोटोव्होल्टेक लाइटिंग सिस्टम में सूर्य से विनामूल्य प्राप्त सौर ऊर्जा का उपयोग होता है तथा प्राकृतिक रूप से ऊर्जा प्राप्ति के स्रोत कोयला आदि, जो विद्युत उत्पादन में खर्च होते है, को बचाया जा सकता है।
हमारे श्रेष्ठतम प्रयासों में संशोधन एंव विकास का महत्वपूर्ण योगदान है, जिस की वजह से कम्पनी को संशोधन एंव विकास क्षेत्र में देश के उच्चतम पुरस्कार प्राप्त हुये है तथा निर्यात, स्वच्छ व्यापार नीति, गुणवत्ता व श्रेष्ठता के लिये अनगिनत पुरस्कार प्राप्त हुये है।
आधुनिक किन्तु अपनाने एंव क्रय करने योग्य तकनीक युक्त उत्पाद उपलब्ध कराने के प्रयासों ने हमें अधिक रचनात्मक और प्रगतिशील बनाने में सार्थक भूमिका अदा की है।
परिणामतः विश्वभर में 10 लाख से अधिक हमारे संतुष्ट समृद्ध कृषक है।